मध्य प्रदेश का चुनावी महासमर इस दफे ‘आंसू’ और ‘इमोशंस’ के हाई वोल्टेज ड्रामा से तरंगित है। शिवराज इस दफे अपने राजनैतिक कैरियर की सबसे मुश्किल लड़ाई लड़ रहे हैं, घर व बाहर दोनों ही फ्रंट पर। वे जानते हैं कि इस दफे के चुनाव में महिला और आदिवासियों के वोट निर्णायक रहने वाले हैं। सो, शिवराज जब भी महिला वोटरों को संबोधित कर रहे होते हैं तो वे अतिशय भावुक हो जाते हैं, वे महिला वोटरों से आंखों में आंसू भर कर कहते हैं-’आप सबको ऐसा भैया नहीं मिलेगा, बताओ तो आपके भैया से ऐसी क्या गलती हुई जो आपने बिसरा दिया…।’ कांग्रेस की ओर से मुख्यमंत्री पद के प्रबल दावेदार कमलनाथ अब भैया की जितनी एक्टिंग तो नहीं कर सकते, फिर भी वे अपनी ओर से भरपूर कोशिश कर रहे हैं, कमलनाथ भावुक होने का स्वांग भरते हुए सभाओं में कह रहे हैं कि ’मैं पूछना चाहता हूं जनता से कि कौन सा पाप मैंने किया है, चाहो तो आप कमलनाथ का साथ मत दो, कांग्रेस का साथ भी मत दो, पर सत्य का साथ तो दो।’ यशोधरा राजे सिंधिया भले ही इस दफे का विधानसभा चुनाव नहीं लड़ रही हैं, पर वो शिवपुरी के इलाके में थोकभाव में चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए भावुक हुई जा रही हैं और अपनी स्वर्गीय राजमाता विजयाराजे सिंधिया को याद कर भावुक हो रही हैं और मां के नाम पर एक तरह से भाजपा के पक्ष में वोट देने की अपील कर रही हैं।